बजट में बिहार को मिले “स्पेशल पैकेज” नीतीश कुमार मान जाएंगे या कुछ नया करेंगे?
Buget for bihar
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जब बजट पेश कर रही थी कुछ देर के लिए ऐसा लगा जैसे आम बजट भाषण नहीं बल्कि गुर्जर जमाने का रेल बजट पेश किया जा रहा हूं बिल्कुल वैसे ही जैसे पहले बिहार से आने वाले रेल मंत्री अपने इलाके के लिए ट्रेनों का ऐलान रेल बजट से किया करते थे
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पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने लालू यादव की तरह इस्तीफा तो नहीं मांगा लेकिन नीतीश कुमार पर हमला जरूर बोल पप्पू यादव का कहना है अभी 4 करोड़ नौकरी की बात कर रहे हैं लेकिन 10 साल में आपने कितनी नौकरी दी?नीतीश कुमार किंग में कर रहे हैं लेकिन उन्हें विशेष पैकेज भी नहीं दिया गया जितनी बंद पड़ी फैक्ट्रियां हैं उन पर कुछ दीजिए एयरपोर्ट पर दीजिए विशेष पैकेज विशेष राज्य के लिए भीख मत मांगे आप मंत्रिमंडल से हट जाइए!!
बिहार के स्पेशल स्टेट ना सही लेकिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जो दिया वह दिल खोल कर दिया यह तो मन कर चलना चाहिए कि जो कुछ मिला वह स्पेशल स्टेटस की बराबरी तो नहीं कर सकता लेकिन जब वह मिलना ना हो तो यह अभी काम नहीं बाकी नीतीश कुमार के लिए राजनीति का मौका ही है
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1. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेस सातवें बजट में बिहार को 26000 करोड रुपए के तीन एक्सप्रेसवे,21000 करोड रुपए का 2400 मेगावाट का एक पावर प्लांट,मेडिकल कॉलेज और कई एयरपोर्ट दिए जाने का प्रस्ताव शामिल है
2. बिहार के लिए जो तीन एक्सप्रेस में तैयार करने की घोषणा हुई है वह है पटना पूर्णिया एक्सप्रेसवे, बक्सर भागलपुर एक्सप्रेसवे, और बोधगया राजगीर वैशाली दरभंगा एक्सप्रेसवे,उसके अलावा बक्सर में गंगा नदी पर 26000 करोड़ की लागत से दो लेने की पुल का निर्माण किया जाएगा
3.वित्त मंत्री की तरफ से बिहार के गया में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने का वादा किया गया है पूर्व दया योजना के तहत केंद्र सरकार सड़क संपर्क परियोजनाओं के विकास में भी सहयोग करेगी ऐसा बताया गया है
4.बिहार में 24000 मेगावाट पावर प्लांट तैयार किया जाएगा जिस पर 21400 करोड रुपए खर्च होंगे साथ में राज्य सरकार की मांग पर बिहार के अलग-अलग क्षेत्र में निवेश किया जाएगा
5.बिहार के गया का विष्णुपद मंदिर और बोधगया का महाबोधि मंदिर को काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर की तर्ज पर विष्णुपद कॉरिडोर और महाबोधि कॉरिडोर को विकसित किया जाएगा.साथी हिंदू जैन और बौद्ध लोगों के तीर्थ राजगढ़ को विश्व स्तर के डेडीकेशन के तौर पर तैयार किया जाएगा.नालंदा को भी पैटर्न केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा और नालंदा विश्वविद्यालय को उसके गौरवशाली स्वरूप में पूर्व जीवित किया जाएगा
एक बात तो नीतीश कुमार भी जानते हैं कि मौजूदा हालात में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा तो मिलने से रहा लीजा जो चाहिए उसे पाने का कोई पुराना तरीका अपनाया जाए जैसे कहते हैं कि अगर पिस्तौल चाहिए तो टॉप के लाइसेंस के लिए अप्लाई करना चाहिए -क्या नीतीश कुमार ने ऐसा ही किया है?